परमजीत कुमार/देवघर. साल का आखरी चंद्र ग्रहण शरद पूर्णिमा के दिन लगने वाला है. चन्द्र ग्रहण एक खगोलिया घटना है. वहीं ज्योतिषविद के अनुसार चंद्र ग्रहण का प्रभाव नकरात्मक प्रभाव ना केवल लोगों के जीवन बल्कि पूरी धरती पर पड़ता है. साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दिया था और ना ही इसका प्रभाव यहां पड़ा था. इस साल चंद्र ग्रहण मेष राशि पर लगने जा रहा है. वहीं कई ऐसे अक्षर में भी है, जिससे शुरू होने वाले नामों पर चंद्र ग्रहण का नकरात्मक प्रभाव पड़ने वाला है. इस संबंध में लोकल 18 ने देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंद किशोर मुद्गल से कास बातचीत की…
पंडित मुद्गल ने बताया कि इस साल का आखरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात को लगने जा रहा है. इस दिन शरद पूर्णिमा भी है. वहीं यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देने वाला है, इसलिए इसका प्रभाव भारत पर रहेगा और सूतक काल भी मान्य होगा. कई लोगों पर यह चंद्र ग्रहण भारी रहने वाला है. यानी उनके जीवन पर अशुभ प्रभाव पड़ने वाला है. साल का आखरी चंद्र ग्रहण मेष राशि पर लगने जा रहा है. ऐसे में मेष राशि के जितने भी अक्षर है उस पर नकरात्मक प्रभाव पड़ने वाला है.
इस अक्षर के नाम वाले हो जाएं सावधान
अ, ल और च इस अक्षर सें शुरू होने वाले नाम मेष राशि के होते हैं. साल का आखरी चंद्रग्रहण भी मेष राशि पर लगने जा रहा है. वही यह चंद्रग्रहण अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है. इसलिए अश्विनी नक्षत्र में पैदा लेने वाले वयक्ति पर भी अशुभ प्रभाव पड़ने वाला है. इन लोगों को थोड़ा संभल कर रहने की जरूरत है. इन लोगों की सेहत बिगड़ सकती है. पुराने रोग वापस आ सकते हैं. इसके साथ ही मानसिक तनाव भी बिगड़ सकता है. वाहन दुर्घटना हो सकती है.
ज्योतिषाचार्य से जानें उपाय
वहीं चंद्र ग्रहण के दिन पड़ने वाले अशुभ प्रभाव से बचने के लिए ज्योतिषाचार्य ने उपाय भी बताया है. उन्होंने कहा कि ग्रहण के दिन पंचाक्षर मंत्र का 11000 बार जाप करें. इससे अशुभ प्रभाव कम हो जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : October 21, 2023, 12:02 IST