Rahu Prabhav Upay: वैदिक ज्योतिष में राहु-केतु को पापी, क्रूर, छाया ग्रह आदि नामों से जाना जाता है. जैसा प्रभाव राहु का वैसा ही प्रभाव केतु का भी माना गया है. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो सिर्फ कुंडली पर ही नहीं, घर पर भी राहु की छाया का प्रभाव होता है. यदि यह छाया अशुभ हुई तो घर की तरक्की बाधित होती है. धन नहीं रुकता, फिजूलखर्ची बनी रहती है. असमय नुकसान हो जाता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु छाया ग्रह है, इसलिए इसका प्रभाव मन यानी बुद्धि पर अधिक होता है. ऐसे में यदि आपके घर में राहु की अशुभ छाया है तो परिवार के सभी सदस्यों का मन अशांत रहता है. काम बनते-बनते बिगड़ जाएंगे. बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगेगा. मेहनत का परिणाम नहीं मिलेगा. परिवार के सदस्यों का मन पूजा में नहीं लगेगा. शुभ कार्यों में हमेशा अड़चन आती है.
कुंडली में राहु खराब तो घर पर अशुभ छाया
प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य अमितराज वैद्य बताते हैं कि राहु की छाया तभी अशुभ होती है, जब घर के मुखिया या घर के अधिकतर सदस्यों की कुंडली में राहु की स्थिति खराब हो. यदि आपको भी आपके आवास पर ऐसी घटनाएं घटती दिखें तो किसी जानकार से मिलकर कुंडली दिखाकर राहु का उपाय करें एवं घर से छाया के प्रभाव को कम करने के उपाय भी करें. राहु की अशुभ छाया प्राकृतिक रूप से नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करती है, जिसे सामान्य व्यक्ति पहचान नहीं पाता और उसे भाग्य मानकर घटित होने देता है. कई बार ऐसी स्थिति के लंबे समय तक बने रहने पर प्रेत-बाधा का भी संकट खाड़ा हो जाता है, जो आगे चलकर और घातक रूप ले सकता है.
इन 5 संकेतों से जानिए घर में राहु का प्रभाव
1. लाल चीटियों का ज्यादा दिखना
राहु की अशुभ छाया यदि घर पर हो तो आवास कैसा भी हो (पक्का या कच्चा) लाल चीटियां बहुत देखने को मिलती हैं. ये चीटियां सिर्फ जमीन या मकान के कोनों में ही नहीं, बल्कि आपके बिस्तर, भोजन, कपड़ों यहां तक की पीने वाले पानी में भी लग जाती हैं, जिसके बाद आपको कष्ट पहुंचा सकती हैं.
2. इलेक्ट्रॉनिक सामान जल्दी खराब होना
राहु की अशुभ छाया यदि घर पर हो तो इलेक्ट्रॉनिक सामान जल्दी खराब होते हैं. जैसे आप कोई नया इलेक्ट्रॉनिक सामान लेकर आएं और वह कुछ दिनों या महीनों में ही खराब हो जाए. ये भी हो सकता है कि कोई इलेक्ट्रॉनिक सामान बार-बार बनवाने के बाद भी खराब हो, जिससे आपकी दिनचर्या प्रभावित हो.
3. ज्यादा देर तक सोना, शरीर में आलस्य होना
राहु की अशुभ छाया से आलस्य भी आता है. व्यक्ति देर रात तक जागता है और सुबह देर तक सोता है. यहां तक की घर के बच्चे भी देर रात तक जागते हैं. वहीं कई परिवारों में देर रात लोग भोजन भी करते हैं. इससे तमाम तरह के शारीरिक विकार के साथ बुद्धि भ्रष्ट होती है. सुबह जल्दी नहीं उठने से दिनभर शरीर में आलस्य बना रहता है.
4. घर में सांप निकलना या जंगली कबूतरों का वास
ज्योतिष शास्त्र में राहु को सांप की संज्ञा दी गई है और कबूतरों को भी अशुभ बताया गया है. जिस घर में सांप और कबूतरों का वास हो जाए, वहां कभी लक्ष्मी नहीं ठहरती. यही वजह है कि जिस घर पर राहु की अशुभ छाया हो वहां अक्सर सांप निकलने की घटनाएं होती हैं. वहीं, जंगली कबूतर भी अपना ठिकाना ऐसे ही घरों को बनाते हैं, क्योंकि जानवरों को छाया का आभास होता है.
5. घर में ज्यादा होता है कबाड़
राहु की छाया वाले घर में कबाड़ की संख्या अधिक होती है. क्योंकि जब सामान बार-बार खराब होते हैं तो वो कबाड़ बन जाते हैं. अशुभ छाया होने पर आलस्य के चलते लोग कबाड़ को बेच नहीं पाते और उनका ढेर मकान में एकत्र हो जाता है. सीढ़ियों के नीचे, कमरों के कोनों में या कोई एक कमरा कबाड़ से ही भरा होता है.
ऐसे करें बचाव
1. किसी भी तरह सूर्योदय से पहले उठने का प्रयास करें और सूर्य का प्रतिदिन स्वागत करें. बाद में चाहे फिर सो जाएं. ऐसा करने से आलस्य का प्रभाव खत्म होगा.
2. किसी भी सूरत में घर में कबाड़ को एकत्र न होने दें. हर हफ्ते या महीने में एक बार घर से कबाड़ और जाले जरूर हटा दें.
3. लाल चीटियां दिखें तो उन्हें मारे नहीं, बल्कि प्राकृतिक संसाधनों से उन्हें दूर करने का उपाय करें.
4. सुबह-शाम घर में भजन जरूर करें और भोजन में तुलसी का प्रयोग करें. भोजन किचन में रखा हो तो उस पर तुलसी का पत्ता रख दें.
5. घर के हर कोनों में मोर पंख लगा दें. जहां-जहां संभव हो मोरपंख जरूर रख दें. इससे सांप जैसे जीव दूर होंगे और राहु का प्रभाव घटेगा.
(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य ज्योतिष और मान्यताओं के आधार पर हैं. NEWS18 LOCAL किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.)
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FIRST PUBLISHED : September 22, 2023, 16:48 IST