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Bhadrapada Purnima 2023: कब है भाद्रपद पूर्णिमा? व्रत और स्नान अलग-अलग दिन, देखें मुहूर्त, सही तिथि और चंद्रोदय समय

Bhadrapada Purnima 2023 kab hai: भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भाद्रपद पूर्णिमा व्रत रखा जाता है और स्नान करके दान पुण्य करते हैं. लेकिन इस साल भाद्रपद पूर्णिमा व्रत और भाद्रपद पूर्णिमा का स्नान-दान अलग-अलग दिन है. इस दिन व्रत रखते हैं और रात के समय में चंद्र देव की पूजा करके अर्घ्य देते हैं. इससे कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और चंद्र दोष भी दूर होता है. इस दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा करते हैं और कथा का आयोजन करते हैं. इससे घर में सुख और समृद्धि आती है. रात्रि के समय में माता लक्ष्मी की पूजा करने का ​भी विधान है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि भाद्रपद पूर्णिमा व्रत कब है? भाद्रपद पूर्णिमा का स्नान और दान किस दिन होगा? भाद्रपद पूर्णिमा की सही तिथि क्या है?

भाद्रपद पूर्णिमा 2023 की सही तिथि क्या है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद पूर्णिमा की तिथि 28 सितंबर दिन गुरुवार को शाम 06 बजकर 49 मिनट पर प्रारंभ हो रही है और यह ति​थि 29 सितंबर दिन शनिवार को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट तक मान्य होगी.

कब है भाद्रपद पूर्णिमा व्रत 2023?
पंचांग आधारित पूर्णिमा की तिथि के अनुसार भाद्रपद पूर्णिमा का व्रत 28 सितंबर गुरुवार को रखा जाएगा क्योंकि पूर्णिमा तिथि में चंद्रोदय 28 सितंबर को हो रहा है, जबकि 29 सितंबर का चंद्रोदय आश्विन की प्रतिपदा तिथि में होगा. 28 सितंबर को चंद्रोदय शाम 05:42 पीएम पर होगा.

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भाद्रपद पूर्णिमा 2023 का स्नान-दान कब है?
भाद्रपद पूर्णिमा का स्नान और दान 29 सितंबर शुक्रवार को किया जाएगा क्योंकि स्नान और दान के लिए उदयातिथि की मान्यता है. उदयातिथि के अनुसार भाद्रपद पूर्णिमा 29 सितंबर की है. इस दिन चंद्रोदय शाम 06:16 पीएम पर होगा.

रवि योग में है भाद्रपद पूर्णिमा व्रत, भद्रा शाम से
इस बार का भाद्रपद पूर्णिमा व्रत रवि योग में है. इस दिन सुबह 06 बजकर 12 मिनट से रवि योग शुरू हो रहा है और यह रात 01 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. हालांकि इस दिन पंचक पूरे दिन है. भाद्रपद पूर्णिमा व्रत वाले दिन शाम 06 बजकर 49 मिनट से भद्रा लग रही है, जो अगले दिन सुबह 05 बजकर 06 मिनट तक है.

यह भी पढ़ें: रवि योग में अनंत चतुर्दशी, व्रत वाले दिन अग्नि पंचक और भद्रा भी, जानें मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

भाद्रपद पूर्णिमा 2023 चंद्र अर्घ्य समय
28 सितंबर को चंद्र देव की पूजा के बाद अर्घ्य दिया जाएगा. उस दिन आप शाम 05:42 पीएम से चंद्रमा को अर्घ्य दे सकते हैं. कच्चे दूध, जल, सफेद पुष्प और अक्षत् से चंद्र देव को अर्घ्य देना चाहिए.

भाद्रपद पूर्णिमा स्नान पर सर्वार्थ सिद्धि समेत 2 शुभ योग
भाद्रपद पूर्णिमा स्नान के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं. हालांकि ये दोनों ही योग रात में बन रहे हैं. अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग रात 11 बजकर 18 मिनट से शुरू होगा और अगले दिन 30 सितंबर को 06 बजकर 13 मिनट तक रहेगा. भाद्रपद पूर्णिमा स्नान पर पूरे दिन पंचक है.

Tags: Astrology, Dharma Aastha

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