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राजस्थान के दौरे पर आए चुनाव आयोग ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों संग मैराथन बैठके कर चुनावी तैयारियों का जायजा लिया है। मीडिया से बात करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने रविवार को राजस्थान में चुनाव की तैयारियों के बारे में मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कहा, ”पिछले दो महीने में चुनाव आयोग के अधिकारियों से अलग-अलग राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. प्रवर्तन एजेंसियों और केंद्र और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों से भी बात हुई. इसके बाद जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, पुलिस महानिरीक्षकों और उप निरीक्षकों से भी विचार-विमर्श हुआ। राजीव कुमार ने कहा, ”आयुक्तों और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाक़ात की गई। सभी का कहना था कि राज्य में निष्पक्ष और स्वतंत्र सुनिश्चित किया जाना चाहिए। अहम और संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती भी सुनिश्चित करने की मांग की गई।
जाति से जुड़े आंकड़ों पर रोक लगाने की मांग
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि राजनीतिक दलों ने भी कुछ मांगें रखी है। इनमें बगैर तथ्य के जाति से जुड़े आंकड़ों का मीडिया के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग शामिल है। राजनीतिक कारणों से मतदान केंद्रों की संख्या में कमी या बढ़ोतरी या फिर उन्हें बदलने पर रोक की मांग की गई। उनका कहना था कि जिन पुलिस अधिकारियों ने तीन साल की ट्रांसफर अवधि पूरी कर ली है उन्हें दोबारा उनकी पुरानी जगह पर बहाल किया जाए। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि वोटर बगैर किसी डर या आशंका के मतदान केंद्र पहुंच कर वोटिंग में हिस्सा लें।\
क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले व्यक्ति को टिकट क्यों दिया?
इसके साथ ही राजनीति में अपराधियों के प्रवेश को रोकने के लिए एक नया कदम उठाया गया है, इसके तहत राजनीतिक दलों को अखबार में स्पष्टीकरण देना होगा कि उन्होंने क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले व्यक्ति को टिकट क्यों दिया? मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनाव आयोग के मुताबिक राजस्थान में 80 साल से ऊपर के 11.8 लाख मतदाता हैं। वहीं 100 साल से ऊपर के भी 18,462 मतदाता हैं। इन्हें और 40% से ज्यादा विकलांगता वालों को वोट फ्रॉम होम की सुविधा दी जाएगी। चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद 5 दिन के अंदर अंदर वोट फॉर होम की सुविधा पाने वाले मतदाताओं को फॉर्म भरना होगा। इसके बाद चुनाव आयोग उनके घर से ही वोट डालने की व्यवस्था करेगा।
17 लाख वोटर्स के घर जाएंगी पोलिंग पार्टी
राजस्थान के अगले विधानसभा चुनावों में करीब 17 लाख दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग लोग घर बैठे मतदान कर सकेंगे। विभाग ने हाल ही सम्पन्न हुए सरदार शहर, धरियावद, राजसमंद, सुजानगढ़ और वल्लभनगर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में एक प्रयोग करके देखा था।