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Dausa Crime News: राजस्थान के दौसा जिला एसपी वंदिता राणा ने 4 पुलिसकर्मियों को राजकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया है। इन पर रिश्वत लेने का आरोप है। दरअसल, कार सवारों से नाकाबंदी के दौरान जबरदस्ती वसूली और रुपए चोरी करने के आरोप में दौसा के चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि दौसा के महिला थाने में तैनात ASI समेत तीन कॉन्स्टेबल ने कार सवारों के बैग से डेढ़ लाख रुपए निकाल लिए थे।मामला दौसा के कोतवाली थाना क्षेत्र में 16 अक्टूबर की रात 12:30 बजे का है। सीकर निवासी पीड़ित ने वीरेंद्र कुमार जाखड़ की ओर से 17 अक्टूबर मंगलवार शाम 4 बजे मामला दर्ज करवाया गया था,जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया। मामला सामने आने के बाद एसपी वंदिता राणा ने चारों को नौकरी से बर्खास्त करने के भी आदेश जारी कर दिए है।
बैग में थे 5 लाख रुपए, आगरा जा रहे थे
कोतवाली थाना इंचार्ज हीरालाल ने बताया कि विधानसभा चुनावों को लेकर शहर में नाकाबंदी की जा रही थी। कार में सीकर जिले के दादिया थाना क्षेत्र का वीरेंद्र कुमार जाखड़ सवार था। वीरेंद्र के साथ उसके दोस्त अनिल और अरूण भी थे।16 अक्टूबर को दौसा के कलेक्ट्रेट चौराहे पर भी नाकाबंदी की जा रही थी। इस दौरान ASI विनय कुमार के साथ कॉन्स्टेबल राजेश, सुरेश व शिवचरण तैनात थे। वीरेंद्र ने बताया कि उनकी सेकेंड हेंड कार का बिजनेस है। वे गाड़ी खरीदने के लिए दादिया (सीकर) से आगरा के लिए निकले थे।दौसा पहुंचने पर कलेक्ट्रेट सर्किल पर विनय कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों ने कार को रुकवाया और तलाशी ली। इस दौरान बैग में 5 लाख रुपए थे। उन्होंने इन रुपए के बारे में पूछा तो बताया कि वे लोग गाड़ी खरीदने आगरा जा रहे हैं।
रुपए देख डराया-धमकाया
वीरेंद्र ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि उनके पास 5 लाख रुपए होने का कारण बताने के बावजूद चारों पुलिसकर्मी धमकाने लगे। इस दौरान डराया और कहा- तुम्हारे पैसे जब्त होंगे और गिरफ्तार भी किया जाएगा। 2 महीने तक जमानत भी नहीं होगी।इसके बाद जब फिर से तलाशी ली तो हमारे सामने 50 हजार रुपए निकाल बैग को लौटा दिया गया और जब हम रुपए गिनने लगे तो हमें वहां से रवाना कर दिया। इसके बाद जब आगरा के फतेहपुर सीकरी पहुंचे तो बैग में 3 लाख 50 हजार रुपए ही थे। वीरेंद्र का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने 50 हजार की जगह डेढ़ लाख रुपए निकाल लिए थे।
एसपी से शिकायत के बाद दर्ज हुआ मामला
जब बैग में डेढ़ लाख रुपए कम मिले तो वीरेंद्र और उसके साथी 17 अक्टूबर मंगलवार दोपहर दौसा पहुंचे। यहां एसपी वंदिता राणा से मिले और घटना के बारे में बताया। इस पर एसपी के निर्देश पर दाैसा कोतवाली थाने में मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए और मामले की जांच थाना अधिकारी हीरालाल सैनी को सौंपी गई। पुलिस ने सरकारी कर्मचारी की ओर से मारपीट करने, जबरदस्ती वसूली और चोरी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद मंगलवार देर रात ASI विनय कुमार के साथ कॉन्स्टेबल राजेश, सुरेश व शिवचरण को गिरफ्तार किया गया।