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Rajasthan Election 2023: बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान चुनाव के लिए अपने 41 कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में भाजपा ने सात सांसदों को मैदान में उतारकर एक बड़ा दांव चला था। हालांकि, कुछ सांसदों को अपनी सीट पर भारी विरोध झेलना पड़ रहा है। इनमें राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और राजस्थान के ‘योगी’ कहे जाने वाले भाजपा सांसद बाबा बालक नाथ का नाम भी शामिल है। बालक नाथ को भाजपा ने अलवर की तिजारा सीट से टिकट दिया है। टिकट कटने के बाद यहां से पूर्व में विधायक रहे मामन सिंह यादव ने बगावत कर दी है। आइये समझते हैं बालकनाथ को टिकट देने भाजपा को क्यों पड़ सकता है भारी…
पूर्व विधायक का बगावत के बाद बड़ा ऐलान
2013 में हुए विधानसभा चुनावों में मामन सिंह यादव ने तिजारा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। 2023 के चुनावों में उन्हें पार्टी से टिकट की उम्मीद थी और वो लगातार क्षेत्र में सक्रिय भी रहे। इस दौरान भाजपा ने राजस्थान की अपनी पहली लिस्ट जारी की। लिस्ट में मामन सिंह यादव का नाम नहीं था। अपना टिकट कट जाने के बाद मामन यादव इतना नाराज हो गए कि पार्टी से बगावत कर दी। बगावत के बाद मामन यादव ने तिजारा से ही निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है और साथ ही बाबा बालक नाथ को चुनाव ना जीतने देने का संकल्प भी लिया है। संकल्प लेते हुए मामन यादव ने कहा कि बाबा इस सीट से किसी भी हालत में चुनाव नहीं जीतने जा रहे हैं। इस दौरान मामन यादव ने तिजारा कि जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर आप साथ देंगे तो वो बाबा की जमानत जब्त करवा देंगे।
क्या है तिजारा का समीकरण
तिजारा राजस्थान के अलवर जिले की विधानसभा सीट है। इस सीट पर मुस्लिम वोटर ज्यादा संख्या में हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस सीट पर मेव मुस्लिम वोटरों की संख्या 65-70 हजार है। इसके साथ ही इस सीट पर यादव वोट भी काफी संख्या में है। रिपोर्ट के अनुसार, इस सीट पर यादव वोटरों की संख्या 52-55 हजार है। इस सीट पर अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या भी ठीक-ठाक है। रिपोर्ट के अनुसार, तिजारा में 30-35 हजार वोटर अनुसूचित जाति हैं।
कौन हैं बाबा बालक नाथ?
बाबा बालक नाथ राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट से सांसद हैं। इसके अलावा बाबा बालक नाथ हरियाणा के रोहतक में स्थित मस्तनाथ मठ के महंत भी हैं। बाबा बालकनाथ से पहले इस मठ की जिम्मेदारी उनके गुरु महंत चंदनाथ पर थी। 2017 में उनकी मृत्यु के बाद बाबा बालक नाथ को मस्तनाथ मठ का महंत बना दिया गया है। इन सबके अलावा बाबा बालकनाथ की एक और पहचान है। बालक नाथ रोहतक की मस्तनाथ यूनिवर्सिटी के चांसलर भी हैं। भाजपा ने सांसद बालक नाथ को विधानसभा चुनाव मैदान में उतारा है। तिजारा से टिकट मिलने के बाद बाबा बालक नाथ को भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।