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Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है। इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियों के नए-नए दांवपेंच देखने को मिल रहे है। बीजेपी ने राजस्थान में अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। वहीं कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। बीजेपी ने प्रदेश में राजस्थान के लिए 41 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने इस लिस्ट में सात सांसदों को जगह दी है। सांसदों को टिकट मिलने के बाद से बयानबाजी शुरू हो गई है। इसी बीच अशोक गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात कही है।
खाचरियावास कहा कि यह बीजेपी का आंतरिक मामला है। अगर वे अपने सांसदों को चुनाव लड़ाना चाहते हैं, तो उन्हें चुनाव लड़ने दें क्योंकि वे ऐसा नहीं करते हैं। उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा है। वे उन सांसदों के भरोसे चुनाव लड़ना चाहते हैं जो असफल हो चुके हैं और जिन्हें जनता टॉर्च लेकर ढूंढ रही है।
इससे पहले खाचरियावास ने दावा किया था कि बीजेपी आपस में लड़ रही है। उन्होंने कहा था, जनता कह रही है कि कांग्रेस काम कर रही है और बीजेपी लड़ रही है। मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है, ‘राजस्थान में बीजेपी आपस में लड़ रही है। हमारा कोई भी काम नहीं रुका है, क्योंकि आदर्श आचार संहिता नेताओं को रोक सकती है लेकिन विकास और कल्याण के काम को नहीं रोक सकती। हम सरकारी कार्यों में उद्घाटन नहीं करेंगे, लेकिन हमने जनता के काम को नहीं रोका है। जनता कह रही है कि कांग्रेस काम कर रही है और बीजेपी लड़ रही है।’
गौरतलब है कि बीजेपी ने राजस्थान में सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा है। इसमें पार्टी ने राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को झोटवाड़ा से, सांसद दिया कुमारी को विद्याधर नगर से, बाबा बालकनाथ को तिजारा से, हंसराज मीणा को सपोटरा से और किरोड़ीलाल मीणा को सवाई माधोपुर से टिकट दिया है। इसके अलावा बीजेपी ने भगीरथ चौधरी को किशनगढ़ से और नरेंद्र कुमार को मंडावा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। साथ ही कयास लगाए जा रहे हैं कि अपनी आगामी लिस्ट में भी बीजेपी और सांसदों को टिकट दे सकती है। बता दें कि राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। इसके बाद तीन दिसंबर को वोटों की गिनती होनी है। फ़िलहाल राज्य में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है।