अहमदाबाद हादसा: एयर इंडिया बोइंग 787 क्रैश के पीछे की अनकही कहानी - लाइव अपडेट्स
अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर क्रैश: 242 यात्रियों के साथ हुए हादसे की पूरी कहानी, राहत कार्य, और लाइव अपडेट्स। मेघानीनगर में आग और धुएं के बीच बचाव अभियान जारी।

अहमदाबाद, गुजरात (अब तक भारत)- अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज एक दुखद और भयावह हादसा हुआ, जब एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान, फ्लाइट AI171, टेकऑफ के कुछ ही पलों बाद क्रैश हो गया। यह विमान लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रहा था और इसमें 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। इस हादसे ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया है।
हादसे का विवरण
स्थानीय समयानुसार दोपहर 1:38 बजे (IST) फ्लाइट AI171 ने अहमदाबाद हवाई अड्डे के रनवे 23 से टेकऑफ किया। फ्लाइटराडार24 के अनुसार, विमान ने मात्र 625 फीट की ऊंचाई हासिल की थी कि कुछ ही सेकंड बाद इसका सिग्नल गायब हो गया। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, विमान टेकऑफ के दौरान हवाई अड्डे की बाउंड्री वॉल या आसपास की किसी संरचना से टकरा गया, जिसके बाद यह मेघानीनगर के एक रिहायशी इलाके में जा गिरा।
हादसे के तुरंत बाद मेघानीनगर इलाके में आग की विशाल लपटें और गहरे काले धुएं का गुबार उठता देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विमान के नीचे की ओर झुकने और तेजी से जमीन की ओर गिरने से पहले वह ऊंचाई हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहा था। विमान का मलबा एक मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स हॉस्टल की डाइनिंग हॉल में जा गिरा, जिससे इमारत को भी भारी नुकसान हुआ।
विमान और यात्रियों की जानकारी
• विमान: बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, रजिस्ट्रेशन नंबर VT-ANB, जो दिसंबर 2013 में निर्मित और फरवरी 2014 में एयर इंडिया को डिलीवर किया गया था। यह 11 साल पुराना विमान था और इससे पहले सुबह दिल्ली से अहमदाबाद के लिए उड़ान (AI423) पूरी कर चुका था।
• यात्री और चालक दल: विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे। एयर इंडिया के अनुसार, यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई नागरिक थे। पायलट-इन-कमांड सुमित सभरवाल और को-पायलट क्लाइव कुंदर इस उड़ान को संचालित कर रहे थे।
• हादसे का प्रभाव: प्रारंभिक रिपोर्ट्स में कम से कम 30 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की स्थिति स्पष्ट नहीं है।
बचाव और राहत कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही आपातकालीन सेवाएं तुरंत सक्रिय हो गईं।
• आपातकालीन प्रतिक्रिया: अहमदाबाद पुलिस, दमकल विभाग, भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), और कोस्ट गार्ड ने बचाव कार्य शुरू किया। सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के 100 से अधिक जवान भी राहत कार्य में जुटे हैं।
• मेडिकल सुविधाएं: सिविल अस्पताल सहित शहर के सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और 1,200 बेड की व्यवस्था की गई है। सभी डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।
• हवाई अड्डा बंद: हादसे के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सभी उड़ान संचालन अस्थायी रूप से निलंबित कर दिए गए हैं।
बचाव कार्य को तेज करने के लिए भारतीय सेना ने अपने कैंट की बाउंड्री वॉल को तोड़ दिया ताकि क्रैश साइट तक आसानी से पहुंचा जा सके। हालांकि, विमान में भारी मात्रा में ईंधन होने के कारण आग की तीव्रता ने बचाव कार्य को जटिल बना दिया।
प्रारंभिक जांच और संभावित कारण
हादसे के कारणों की जांच के लिए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की टीमें अहमदाबाद पहुंच चुकी हैं। बोइंग और जनरल इलेक्ट्रिक (इंजन निर्माता) के तकनीकी विशेषज्ञ भी जांच में शामिल होने वाले हैं। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, तकनीकी खराबी या टेकऑफ के दौरान किसी बाहरी बाधा से टकराने की संभावना जताई जा रही है।
• मेडे कॉल: हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) के अनुसार, विमान ने टेकऑफ के तुरंत बाद मेडे कॉल (आपातकालीन संदेश) जारी किया था, लेकिन इसके बाद कोई जवाब नहीं मिला।
• ब्लैक बॉक्स: जांच दल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) की तलाश कर रहा है, जो हादसे के कारणों को स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण होगा।
यह हादसा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का पहला घातक हादसा है, जो 2011 में व्यावसायिक उड़ानों के लिए शुरू हुआ था। इससे पहले, इस मॉडल में बैटरी आग (2013) और इंजन संबंधी समस्याएं सामने आई थीं, लेकिन कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ था।
प्रतिक्रियाएं और शोक संदेश
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: पीएम मोदी ने इस हादसे को “दिल दहला देने वाला” बताया और कहा कि वह प्रभावित लोगों के साथ हैं। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू से स्थिति की जानकारी ली और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
• नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू: उन्होंने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और सभी एजेंसियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। वह स्वयं अहमदाबाद में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
• गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल: उन्होंने तत्काल बचाव और राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
• अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर, विदेश मंत्री डेविड लैमी, और बकिंघम पैलेस ने हादसे पर शोक व्यक्त किया। यूके सरकार ने स्थानीय प्रशासन के साथ सहायता की पेशकश की है।
• एयर इंडिया और टाटा ग्रुप: एयर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने हादसे पर गहरा दुख जताया और प्रभावित परिवारों के लिए एक आपातकालीन केंद्र और हेल्पलाइन (1800 5691 444) शुरू की।
प्रभाव और चिंताएं
यह हादसा न केवल भारत की नागरिक उड्डयन सुरक्षा के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि बोइंग के लिए भी एक गंभीर चुनौती है। हादसे के बाद बोइंग के शेयरों में प्री-मार्केट ट्रेडिंग में 8% तक की गिरावट दर्ज की गई। यह पहली बार है कि बोइंग 787 ड्रीमलाइनर, जिसे इसकी ईंधन दक्षता और उन्नत तकनीक के लिए जाना जाता है, इस तरह के घातक हादसे का शिकार हुआ है।
मेघानीनगर के रिहायशी इलाके में हुए इस हादसे ने स्थानीय समुदाय को भी प्रभावित किया है। कई आवासीय संरचनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, और स्थानीय लोग इस भयावह दृश्य से आघात में हैं।
आगे की राह
जांच दल को हादसे के सटीक कारणों का पता लगाने में कई महीने लग सकते हैं। इस बीच, प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करना और राहत कार्यों को तेज करना प्राथमिकता है। अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन कब तक निलंबित रहेगा, इस बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
हम इस दुखद घटना में प्रभावित सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हमारी प्रार्थनाएं पीड़ित परिवारों और घायलों के साथ हैं। इस घटना से संबंधित ताजा अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल पर नजर रखें।
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