बॉलीवुड मॉडल्स को टक्कर देने वाली ये युवती दिल्ली यूनिवर्सिटी के राजनीतिक तख्त पर फहराने को तैयार

अगर आप सोच रहे हैं कि खूबसूरती सिर्फ सिल्वर स्क्रीन तक सीमित है, तो रुकिए! राजस्थान के रेगिस्तानी शहर जोधपुर से निकलकर दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के सबसे बड़े राजनीतिक मंच पर एक ऐसी युवती उतर आई है, जो न सिर्फ अपनी चमकती मुस्कान और स्टार जैसी हसीन शख्सियत से बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस और मॉडल्स को मात दे रही है, बल्कि अपनी तेज-तर्रार दिमागी ताकत से छात्र राजनीति के पुरुष-प्रधान मैदान को हिला भी रही है। नाम है जोसलीन नंदिता चौधरी Joslyn Nandita Choudhary 23 साल की ये इकलौती बेटी, जो पाल गांव की साधारण बैकग्राउंड से ताल्लुक रखती है, आज सोशल मीडिया पर 'DU की दीपिका' या 'राजस्थान की रानी' जैसे टैग्स के साथ वायरल हो रही है।
NSUI ने उन्हें DUSU अध्यक्ष पद का टिकट थमा दिया है, और 18 सितंबर को होने वाले मतदान में मुड़कर नहीं देखा। पिछले 5 सालों से दिल्ली यूनिवर्सिटी में बौद्ध अध्ययन (Buddhist Studies) में MA कर रही ये युवती न सिर्फ पढ़ाई में अव्वल है, बल्कि छात्र जीवन की कड़वी सच्चाइयों को भी बखूबी समझती है। DU के हॉस्टल्स में फीस वृद्धि, कैंपस सेफ्टी की कमी, लाइब्रेरी की सुविधाओं का अभाव, और लड़कियों के लिए असुरक्षित माहौल इन मुद्दों पर जोसलीन ने आवाज बुलंद की है। उनकी ये प्रखरता ही है कि कांग्रेस समर्थित NSUI ने 17 साल बाद पहली बार किसी महिला को अध्यक्ष पद पर उतारा है। 2008 के बाद DU में कोई महिला अध्यक्ष नहीं बनी है
जोसलीन की खूबसूरती पर तो बात ही छोड़ दें! लंबे काले बाल, चमकती आंखें, और राजस्थानी ठाठ-बाट वाली साड़ी में वो किसी बॉलीवुड स्टार से कम नहीं लगतीं। एक वीडियो में वो कहती नजर आ रही हैं, "मिल-जुलकर बढ़ते कदम, यही है DU की पहचान। एकता में शक्ति, और संघर्ष में जीत का सम्मान।
NSUI का धमाकेदार घोषणा-पत्र: लड़कियों के लिए 'मासिक धर्म लीव', फीस रद्दीकरण, और सेफ कैंपस
NSUI ने जोसलीन को पैनल के साथ उतारा है—उपाध्यक्ष के लिए राहुल झांसला, सेक्रेटरी कबीर गिरसा, और जॉइंट सेक्रेटरी लवकुश भड़ाना। उनका घोषणा-पत्र पढ़कर तो छात्र झूम उठे!
प्रमुख वादे:
- फीस रद्दीकरण : बढ़ती फीस पर रोक, ताकि गरीब छात्र पढ़ सकें।
- मासिक धर्म लीव: लड़कियों को सेमेस्टर में 12 दिन की छुट्टी—ये मुद्दा सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया!
- कैंपस सेफ्टी: ICC (इंटरनल कंप्लेंट्स कमिटी) को सक्रिय बनाना, रात के समय सिक्योरिटी बढ़ाना।
- NEP 2020 का विरोध: FYUP (फोर-ईयर अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम) को हटाना, सिलेबस की डाइल्यूशन रोकना।
- पेपर लीक रोकथाम: पारदर्शी परीक्षा प्रक्रिया।
जोसलीन कहती हैं, "DU में महिलाओं की भागीदारी बढ़ानी है। मैं वो बदलाव लाऊंगी जो सालों से लटका है।" NSUI ने इसे "महिला सशक्तिकरण का ऐतिहासिक कदम" बताया।
कड़ी टक्कर: ABVP का आर्यन मान और निर्दलीय उम्मीदवार उमांशी लाम्बा
लेकिन मैदान आसान नहीं! ABVP ने मौजूदा अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाए रखने के लिए आर्यन मान को उतारा है, जो उपाध्यक्ष गोविंद तंवर, सेक्रेटरी कुणाल चौधरी, और जॉइंट सेक्रेटरी दीपिका झा के साथ हैं। आर्यन का फोकस भी फीस हाइक विरोध और कैंपस सुविधाओं पर है। "छात्रों की असली चुनौतियां समझता हूं," उन्होंने कहा।
वहीं, उमांशी लाम्बानि र्दलीय मैदान में उतर रही हैं, जो एक फुटबॉलर की बेटी हैं और कैंपस सेफ्टी पर जोर दे रही हैं। कुल 20 उम्मीदवार चार पदों पर भिड़ेंगे, लेकिन जोसलीन vs आर्यन की टक्कर सबसे रोमांचक है। वोटिंग 18 सितंबर को, काउंटिंग 19 को।
क्यों बनेगी जोसलीन वायरल
DU के 73 वैलिड नामांकन के बीच जोसलीन का नाम चमक रहा है। वो न सिर्फ खूबसूरती की मिसाल हैं, बल्कि 'द आर्बंभ ऑर्गनाइजेशन' की फाउंडर भी हैं, जो छात्र मुद्दों पर काम करती है।
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