डुंगरगढ़: गर्भवती महिला को खाट पर लिटाकर ले जाना पड़ा, रसूखदारों ने बंद किया एंबुलेंस का रास्ता
श्री डुंगरगढ़ के लिखमीसर गांव में गर्भवती महिला को एंबुलेंस तक नहीं जाने दिया गया। परिजन खाट पर लिटाकर पैदल ले गए। जमीनी विवाद कोर्ट में विचाराधीन, प्रशासन मौन।

डुंगरगढ़ न्यूज़: गर्भवती महिला को खाट पर ले जाना पड़ा, रसूखदारों ने रास्ता बंद किया
श्री डुंगरगढ़: बीकानेर जिले के श्री डुंगरगढ़ उपखंड के लिखमीसर गांव से एक शर्मनाक और झकझोर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने आई एंबुलेंस तक भी नहीं पहुंचने दिया गया।
मामला गांव में जमीनी रास्ते के विवाद से जुड़ा है जो इस समय कोर्ट में विचाराधीन है । लेकिन आपसी विवाद के चलते कुछ लोगों ने खेत तक जाने वाले रास्ते को तारबंदी कर बंद कर दिया।
गर्भवती महिला को खाट पर लिटाकर ले जाना पड़ा
जब महिला की तबीयत बिगड़ी और एंबुलेंस उसे लेने आई, तो रास्ता पूरी तरह बंद था। परिजनों ने खाट पर लिटाकर उसे खेत से बाहर तक पहुंचाया और वहाँ से पिकअप गाड़ी में लेटाकर एबुलेस तक महिला को पहुंचाया ।
इस घटना की सूचना प्रशासन को भी दी गई।सेरूणा थाने से एक सिपाही मौके पर पहुंचा और किसी तरह महिला को एंबुलेंस तक पहुंचाया गया। लेकिन सवाल उठता है कि सरकार जहां "रास्ता खोलो अभियान" चला रही है, वहीं दूसरी तरफ ऐसे मामलों में प्रशासन की निष्क्रियता चिंताजनक है।
कोर्ट में मामला चल रहा, पर समाधान नहीं
यह विवाद कानूनी प्रक्रिया में विचाराधीन है, लेकिन तब तक प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि जीवन रक्षक सेवाओं के लिए रास्ता खुला रखा जाए।
सरकार की योजनाएं और ज़मीनी हकीकत
एक तरफ सरकार "गांव-गांव सड़क, हर खेत तक पहुंच" जैसे स्लोगन के साथ विकास की बात करती है, दूसरी तरफ लिखमीसर जैसी जगहों पर गर्भवती महिलाओं को खाट पर लेकर जाना शर्मसार करता है।
What's Your Reaction?






