राजस्थान में यहाँ लगता है मोहब्बत का मेला: इस मजार पर प्रेमी जोड़े बांधते हैं आस्था का धागा

राजस्थान के बिंजौर गांव में लैला-मजनूं की मजार पर लगता है मोहब्बत का मेला, जहां प्रेमी जोड़ें मन्नत मांगते हैं। जानिए मेले की पूरी कहानी।

Jun 16, 2025 - 14:09
 0
राजस्थान में यहाँ लगता है मोहब्बत का मेला: इस मजार पर प्रेमी जोड़े बांधते हैं आस्था का धागा
laila-majnu-mela-rajasthan.jpg
राजस्थान में यहाँ लगता है मोहब्बत का मेला: इस मजार पर प्रेमी जोड़े बांधते हैं आस्था का धागा

जहां प्रेम अमर है: बिंजौर का लैला-मजनूं मेला

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ उपखंड के पास भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे बिंजौर गांव में स्थित है एक ऐसी मजार, जो सिर्फ श्रद्धा का केंद्र नहीं, बल्कि सच्चे प्रेम का प्रतीक बन चुकी है। यहां हर साल जून में लगता है मोहब्बत का मेला

मेले में उमड़ा प्रेमियों का सैलाब

  • राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, यूपी और अन्य राज्यों से हजारों श्रद्धालु पहुंचे।
  • नवविवाहित जोड़े और प्रेमी इस मजार पर मन्नत मांगने आते हैं।
  • धार्मिक आस्था और प्रेम की भावना का यह उत्सव एक अनूठा संगम है।

लैला-मजनूं की मजार: प्रेम की प्रतीक

कहा जाता है कि लैला और मजनूं ने समाज की बंदिशों से दूर होकर बिंजौर में प्रेम की अंतिम मंज़िल पाई। गांववालों ने उनके प्रेम को सम्मान दिया और यहीं उनकी मजार बनी। यह मजार आज प्रेमियों के लिए आस्था का तीर्थ है।

मेले की प्रमुख परंपराएं

  1. मजार पर सजदा: प्रेमी जोड़े अपने रिश्ते की सफलता की दुआ मांगते हैं।
  2. धागा बांधना: साथ मिलकर धागा बांधना प्रेम का प्रतीक है।
  3. मन्नत की चादर: पूरी हुई मन्नत के बाद चादर चढ़ाई जाती है।

श्रद्धा, प्रेम और उत्सव का मेल

मेले में सिर्फ पूजा नहीं, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं।

  • कुश्ती प्रतियोगिता: विभिन्न राज्यों से आए पहलवानों ने भाग लिया।
  • पंजाबी कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां: पांच साल से कलाकार निशुल्क भाग लेते हैं।
  • खरीदारी और स्वाद: चूड़ियां, खिलौने, पारंपरिक वस्त्र, मिठाइयां और व्यंजन विशेष आकर्षण रहे।

सुरक्षा व्यवस्था और चमत्कार की मान्यता

बीएसएफ, पुलिस, आईबी और सीआईडी ने कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था संभाली। मेला कमेटी ने पार्किंग और व्यवस्था को बेहतर रूप दिया।

1965 की बाढ़ में मजार तक पानी नहीं पहुंचना और 1972 का चमत्कार इस स्थान को और पावन बनाता है।

कैसे पहुंचे बिंजौर गांव?

  • निकटतम रेलवे स्टेशन: अनूपगढ़ (10-12 किमी)
  • सड़क मार्ग: निजी वाहन व टैक्सी सेवा उपलब्ध
  • नजदीकी एयरपोर्ट: बीकानेर (150 किमी)

प्रेमियों के लिए संदेश

अगर आप भी अपने प्रेम को अमर बनाना चाहते हैं या किसी रिश्ते में उम्मीद की तलाश कर रहे हैं, तो एक बार इस पवित्र मजार पर जरूर जाएं। यहां सिर्फ आस्था नहीं, एक अनुभूति है।

📸 मेले की एक झलक:

🗨 क्या आप भी गए हैं इस मेले में?

नीचे कमेंट कर अपने अनुभव साझा करें और इस पोस्ट को शेयर करें, ताकि और लोग भी इस अनोखी परंपरा से जुड़ सकें।


Tags:

लैला मजनूं मजार, राजस्थान प्रेम स्थल, लैला मजनूं मेला, बिंजौर गांव, अनूपगढ़, राजस्थान का मोहब्बत मेला, Lovers Shrine India, प्रेम मंदिर राजस्थान, सीमा क्षेत्र मेला, राजस्थान लोक संस्कृति

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 1
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0